भगवान

 कोई अगर पीड़ा में है और वह आपका नाम पुकारे तो समझ लेना आपसे बड़ा भाग्यवान कोई नहीं है, क्योंकि पीड़ित व्यक्ति की ज़ुबान पर आपका नाम आता है, तो आप उसके लिए भगवान हो गए।

भगवान से पहले उसकी जुबान पर आप आए, पके बाद भगवान!

उस पीड़ित को कभी निराश मत करना उसकी सेवा कर देना स्वयं को सेवक समझकर..

आप उसके लिए भगवान है और वो आपके लिए।

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