गिर के शिखर

गिर गिर के गिर के शिखरों पर

कालिदास पहुंच तो जाएगा।

किन्तु मल्लिका के चक्कर में,

क्या महाकाव्य लिख पाएगा!

सागर की उठती लहरें भी

थाम उन्हें ना पाएंगी!

कोरे कागज पर नाखून अश्रु से

लिखे हुए अनंत सर्गों के

महाकाव्य के संगीतों में

गोता खूब लगाएगा,

गिर गिर के गिर के शिखरों पर......

- अवधेश तिवारी 




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