सैनिक

मैं तो वतन पर मर मिटता हूँ, सैनिक जो हूँ।

तुम बताओ तुम्हारा धर्म क्या कहता हैं..

मैं तो घरबार छोड़ आता हूँ, सैनिक जो हूँ।

तुम बताओ तुम्हारा परिवार क्या कहता है..

मैं तो शीश कटवा देता हूँ, सैनिक जो हूँ।

तुम बताओ तुम्हारा अहंकार क्या कहता है..

मैं तो चौकीदार बन जाता हूँ, सैनिक जो हूं।

तुम बताओ तुम्हारा वर्ण क्या कहता है...

मैं तो जान हथेली पर रखता हूँ, सैनिक जो हूँ।

तुम बताओ तुम्हारा कर्म क्या कहता है...!



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